पिंजौर गार्डन, चंडीगढ़ | चंडीगढ़ से पिंजौर गार्डन कैसे पहुंचे
पिंजौर गार्डन पिंजौर, जिला पंचकुला, हरियाणा में स्थित है। पिंजौर उद्यान को यादविंद्र उद्यान के रूप में भी जाना जाता है। यह मेरा गृहनगर है और मैं इस लेख में आपके साथ सभी विवरण साझा करूंगा। यह मुगल गार्डन शैली का एक उदाहरण है और पटियाला राजवंश शासकों द्वारा बनाया गया था। बाग अंबाला-शिमला रोड पर चंडीगढ़ से 22 किमी दूर पिंजौर झूठ में है। इसे 17 वीं शताब्दी में वास्तुकार नवाब फ़िदई खान द्वारा बनाया गया था।चंडीगढ़ से पिंजौर गार्डन कैसे पहुंचे
पिंजौर गार्डन चंडीगढ़ से 22 किलोमीटर दूर है। आप निम्नलिखित परिवहन के साथ पिंजौर उद्यान तक पहुँच सकते हैं।1. ट्रेन - आपको चंडीगढ़ से कालका तक ट्रेन लेनी होगी और फिर कालका से पिंजौर गार्डन के लिए टैक्सी लेनी होगी। अनुशंसित विकल्प नहीं है क्योंकि दूरी छोटी है और बहुत कम ट्रेनें उपलब्ध हैं।
2. बस - आप चंडीगढ़ बस स्टैंड से सेक्टर 43 से पिंजौर के लिए सीधी बस ले सकते हैं। चंडीगढ़ से पिंजौर पहुँचने का यह सबसे सस्ता तरीका है।
3. टैक्सी - आप चंडीगढ़ से पिंजौर के लिए टैक्सी किराए पर ले सकते हैं। चंडीमंदिर टोल-टैक्स के बिंदु पर टोल टैक्स अतिरिक्त होगा।
पिंजौर गार्डन का समय
पिंजौर गार्डन हर दिन सुबह 7:00 बजे से रात 10:00 बजे तक खुला रहता है। पिंजौर उद्यान की यात्रा के लिए सबसे अच्छा दिन शनिवार और रविवार है।
पिंजौर गार्डन की एंट्री टिकट
हरियाणा पर्यटन विभाग द्वारा पिंजौर उद्यान के अंदर प्रवेश करने के लिए 25 रुपये प्रति व्यक्ति टिकट लगाया जाता है। आप सीधे पिंजौर गार्डन पहुँच कर भी टिकट ले सकते है | प्रवेश द्वार पर टिकट काउंटर से आप अपना टिकट ले सकते हैं। ऑनलाइन बुकिंग की आवश्यकता नहीं है। हालाँकि ऑनलाइन टिकट भी ले सकते है |
पिंजौर गार्डन में पार्किंग की सुविधा
पिंजरे गार्डन के बहार अच्छी पार्किंग की सुविधा उपलब्ध है | बसों, कारों और मोटरबाइकों आदि सभी प्रकार के वाहनों के लिए आसानी से पार्किंग उपलब्ध है।
पिंजौर गार्डन के बाहर क्या क्या है |
पिंजौर उद्यान के प्रवेश द्वार के पास, आपको बच्चों के लिए घुड़सवारी, ऊँट की सवारी, खिलौना गाड़ियों और मनोरंजन के लिए बहुत सारी मजेदार गतिविधियाँ देखने को मिलेंगी। सभी प्रकार की गेम्स, सवारी और झूले भी उपलब्ध है।
पिंजौर उद्यान क्यों फेमस है |
इसमें नीचे की ओर सात मंजिले हैं, जो की मुगल शैली की ऊपर की ओर बनने वाली मंजिलो से उलट हैं। सात मंजिले उद्यान के पहले मंजिल से जादुई दृश्य का अनुभूति कराती हैं।
१ बिच रास्ते का जलमार्ग और फव्वारे
चंडीगढ़ का पिंजौर गार्डन के प्रवेश द्वार से अंतिम द्वार तक बिच रस्ते का जलमार्ग और फव्वारे गार्डन को विभाजित करते हैं।२ खुला आसमान और जलमार्ग के पास के बगीचे
चंडीगढ़ का पिंजौर गार्डन के जलमार्ग के दोनों किनारों के पास खूबसूरत घास और सुंदर फूलों से लदे पोधो को लगाया गया है| जहा पर लोग बैठ कर इस दृश्य का आनंद उठाते है | सुंदर फूलों और आकाश की चमक के साथ हरी जमीन के समृद्ध दिन में आपके बिताये क्षणों से आपको शांति मिलेगी |
३ लाइट्स के साथ झरना
चंडीगढ़ का पिंजौर गार्डन शाम को रोशनी के साथ झरने का सुंदर दृश्य मन को मोह लेता है |४ जल महल
पिंजौर गार्डन के केंद्र में, आप जल महल को पानी के फव्वारे से घिरे पाएंगे। आजकल, जल महल का उपयोग आगंतुकों के लिए लाइट फूड्स और पेय जल का रेस्टुरेंट के लिए किया जाता है। यह एक पल के लिए बैठने के लिए सबसे आकर्षक जगह है और आपके कैमरे के साथ कुछ खूबसूरत तस्वीर लेना का हैं। यहां आपको अपने पेशेवर फोटो क्लिक करने के लिए फोटो स्टूडियो भी मिलेगा।
५ शीश महल
शीश महल मुगलों के खूबसूरत कांच से बानी इमारत है। यह पिंजौर गार्डन के प्रवेश द्वार के बाहर दाईं ओर स्थित है, जो एक विशेष उद्देश्य के लिए आरक्षित है और सभी के लिए कभी-कभार खुलता है।
पिंजौर गार्डन के विशेष कार्यक्रम
हर साल पिंजौर बाग में दो प्रमुख त्योहार मनाए जाते हैं - बैसाखी का मेला और आम मेला |
१. पिंजौर गार्डन का बैसाखी मेला -
पिंजौर गार्डन में बैसाखी मेला प्रत्येक वर्ष 13 और 14 अप्रैल को लगता है |13 और 14 अप्रैल को, हर साल हरियाणा पर्यटन द्वारा बैसाखी मेले का आयोजन किया जाता है। दिन के समय में, कलाकारों द्वारा कुछ कार्यक्रम प्रस्तुत किए जाते हैं और आगंतुकों के लिए कला और शिल्प स्टाल भी लगाए जाते हैं। शाम को, सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है, जिसमें पंजाब और हरियाणा के गायक बुलाए जाते हैं। इन दिनो में बहुत सरे लोग इस त्यौहार पर पिंजरे गार्डन में जाना बहुत पसंद करते है और इस सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आनंद उठाते है |
पिंजौर गार्डन में आम का मेला
जून और जुलाई में, आम मेला (मैंगो मेला) हर साल आयोजित किया जाता है। यह मेला दो या तीन दिनों तक चलता है। दिन के समय में, आगंतुकों को विभिन्न प्रकार के आमों की प्रदर्शनी आयोजित किया जाता है। सबसे प्रसिद्ध आमों में हाथी आम, छोटे आम और कई सौ प्रकार के आम प्रदर्शित होते हैं। शाम के समय में, इन दिनों आगंतुकों के लिए सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है, जिसमें नृत्य और गायन गतिविधियाँ शामिल होती हैं। आखरी दिन सभी आम आगंतुकों को चखने को दे दिए जाते है|
सारांश
अगर आप चंडीगढ़ जाते हैं, तो आपको पिंजौर गार्डन घूमना बेहद पसंद आएगा। इस गार्डन को स्थानीय लोग यादविन्द्रा गार्डन के नाम से भी जानते हैं। पिंजौर गार्डन में आपको पौराणिक महत्व की कुछ चीजें देखने को मिलेंगी। पौराणिक कथा के अनुसार, अज्ञातवास के दौरान पांडव इस गार्डन में घूमने के लिए आए थे। यह शहर का फेमस पिकनिक स्पॉट है। साथ ही, यहां पर जापानी गार्डन भी देखने लायक है। इस गार्डन में छोटा-सा चिड़ियाघर, नर्सरी और एक सुंदर-सा लॉन है। पिंजौरा गार्डन को रात के समय में कलरफुल लाइट से सजाया जाता है। यहां फाउंटेन भी है। यहां पर टूरिस्ट्स ज़्यादातर रात के समय घूमने के लिए आते हैं। इस गार्डन में घूमने के लिए सबसे अच्छा समय अप्रैल से लेकर जून है, क्योंकि इन दिनों यहां पर बैसाखी का त्योहार बहुत ही धूमधाम से मनाया जाता है। इसके अलावा, यहां पर मैंगो फेस्टिवल भी बेहद ही फेमस है।
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